पत्नी की इन आदतो से चिढ़ते हैं पुरुष

 पत्नी की इन आदतो से चिढ़ते हैं पुरुष


हां प्यार होता है वहां तकरार भी होती चाहिए, वरना आपकी इस आदत के कारण जहां में. अधिकारवश कई पत्नियां ऐसी हरकतें करती हैं, जो उनके पति को बिल्कुल पसंद नहीं आतीं. क्या आपके पति भी आपकी इन आदतों से चिढ़ते हैं? घर की हर बात मायके पहुंचाना कई महिलाओं की ये आदत होती है कि वो अपने ससुराल की हर बात मायके पहुंचा देती हैं. उनका मोबाइल दिनभर उनके लिए जैसे ब्रेकिंग न्यूज़ का काम करता रहता है, जिसके माध्यम से वो सुबह की चाय से लेकर रात के खाने तक की हर ख़बर अपने मायके पहुंचाती रहती है. ऐसे में वो कई ऐसी बातें भी मायके में शेयर कर देती हैं, जिनसे उनके पति व ससुरालवालों की छवि खराब होती है. कैसे बदलें ये आदत ?

मन हल्का करने के लिए मायके वालों से बात करना या उनसे अपनी परेशानी शेयर करना ठीक है, लेकिन ससुराल की हर बात मायके पहुंचाना सही नहीं है. आपको अपने मायके और ससुराल में सही सामंजस्य बैठाना आना स्थिति पैदा हो सकती है. अतः मायके में कोई भी बात शेयर करते समय इस बात का ध्यान रखें कि इससे आपके पति और ससुरालवालों की छवि न खराब हो.. पति की हर गतिविधि नज़र रखना पर माना पत्नी का ये अधिकार है कि उसे पति की हर बात की ख़बर होनी चाहिए, लेकिन इसके लिए पति की जासूसी करना सही नहीं है. कई महिलाएं हर पांच मिनट में फोन या मैसेज करके पति पर नज़र रखती हैं. पति किससे मिले, क्या बात की, इसकी उन्हें पूरी ख़बर होती है. इतना ही नहीं, इसके बाद वो पति से हर ख़बर का ब्योरा भी मांगती हैं, जिससे पति का चिढ़ना लाज़मी है. ऐसी स्थिति में कई पुरुष पत्नी से झूठ बोलने लगते हैं, ताकि वो उसके सवालों से बच सकें. कैसे बदलें ये आदत ?

पति की केयर करना और उन पर नज़र रखना दो अलग-अलग चीजें हैं. पति की केयर करने की चिंता में कई महिलाएं जाने-अनजाने उन पर नज़र रखने लगती हैं, जिससे उनके पति चिढ़ने लगते हैं. यदि आप भी ऐसी हरकतें करती हैं, तो समझ लीजिए कि आपके सवालों से पीछा छुड़ाने के लिए आपके पति भी आपसे झूठ बोल सकते हैं. पति की फिक्र करें, लेकिन इतनी ज़्यादा भी नहीं कि उनके लिए सांस लेना मुश्किल हो जाए. पति के दोस्तों से चिढ़ना शादी के बाद कई पत्नियों की ये शिकायत होती है कि उनके पति उनसे ज़्यादा समय अपने दोस्तों को देते हैं. इसका नतीजा ये होता है कि पत्नी को पति के दोस्तों से चिढ़ होने लगती है और इस बात को लेकर उनकी पति से तकरार होनी शुरू हो जाती है. पत्नी के मुंह से अपने दोस्तों की बुराई पति को बर्दाश्त नहीं होती और इस बात को लेकर उनके बीच झगड़ा होने लगता है. कैसे बदलें ये आदत ?

यदि आपको भी लगता है कि आपके पति आपसे ज़्यादा समय अपने दोस्तों को देते हैं, तो इस बात पर चिढ़ने या पति से झगड़ने के बजाय शांति से काम लें. जैसे आपके लिए अपनी सहेलियां और मायकेवाले प्रिय हैं, वैसे ही आपके पति के लिए उनके दोस्त प्रिय हैं. ऐसे में आप उन्हें उनसे दूर नहीं कर सकतीं. पति से झगड़ने के बजाय उनसे इस बारे में बात करें. घर में ऐसा माहौल बनाएं कि पति को आपके साथ समय बिताना अच्छा लगे. पति के दोस्तों से चिढ़ने के बजाय उन्हें समय-समय पर घर बुलाएं. ऐसा करने से आपके पति को अच्छा लगेगा और आप दोनों के बीच प्यार बढ़ेगा. पति को बदलने की कोशिश शादी के बाद लगभग हर महिला की ये कोशिश होती है कि उनके पति वैसे ही व्यवहार करें, जैसा वो चाहती हैं. पति को बदलने यानी उन्हें अपने अनुरूप ढालने की कोशिश में कई महिलाएं पति की पसंद-नापसंद को भी नज़रअंदाज़ करने लगती हैं. पत्नी की इन हरकतों से पति चिढ़ने लगते हैं और इस बात को लेकर अक्सर उनके बीच झगड़े होने लगते हैं.

कैसे बदलें ये आदत ?

यदि आप भी हर समय पति को बदलने के मिशन पर रहती हैं, तो समझ लीजिए आपकी इस हरकत से पति को चिढ़ होगी ही. वैवाहिक जीवन में ख़ुश रहने का ये सबसे बड़ा मंत्र है कि एक-दूसरे को उसकी ख़ूबियों और ख़ामियों के साथ स्वीकारें. हर इंसान अलग है इसलिए उसकी सोच, आदतें, जीने का तरीका भी अलग होता है. ऐसे में आप यदि ये चाहें कि आपके पति वैसा ही व्यवहार करें, जैसा आप चाहती हैं, तो ये संभव नहीं है. पति को बदलने के बजाय ख़ुद को बदलें और पति के साथ क्वालिटी टाइम बिताएं. ग़लत बात पर सलाह देना सही है, लेकिन हर बात में रोकाटोकी सही नहीं है.

बात-बात पर आंसू बहाना कई महिलाओं की ये आदत होती है कि वो अपनी बात मनवाने या ख़ुद को सही साबित करने के लिए बात-बात पर आंसू बहाने लगती हैं. ऐसे में शुरू-शुरू में पति उनके आंसुओं से डर जाते हैं और उन्हें ख़ुश रखने के लिए उनकी बात मान लेते हैं, लेकिन पत्नी जब आंसू को अपना हथियार बना लेती है, तो पति को पत्नी के आंसुओं से चिढ़ होने लगती है.

कैसे बदलें ये आदत ?

माना आप भावुक हैं इसलिए आपको बहुत जल्दी रोना आ जाता है, लेकिन बात-बात पर आंसू बहाना सही नहीं है. यदि आप हर बात में आंसू बहाएंगी, तो पति को इसकी आदत हो जाएगी और जब आपको किसी गंभीर मुद्दे पर रोना आएगा, तो पति उसे भी नज़रअंदाज़ कर देंगे. साथ ही बात-बात पर रोने से सब आपको कमज़ोर समझेंगे इसलिए अपनी भावनाओं पर कंट्रोल रखें और हर बात पर न रोएं. सेक्स को हथियार बनाना शादी के बाद पति-पत्नी के लिए सेक्स उनकी दिनचर्या का एक अहम् हिस्सा होता है, लेकिन कई महिलाएं सेक्स को हथियार बनाकर पति से अपनी हर बात मनवा लेती हैं. ऐसे में शुरू-शुरू में तो पति मान जाते हैं, लेकिन जब उन्हें ये लगता है कि पत्नी सेक्स को हथियार बना रही है, तो वो भी पत्नी से दूरी बनाने लगते हैं और इससे उनके रिश्ते में दूरियां आने लगती हैं.

कैसे बदलें ये आदत?

पति के साथ सेक्स करके आप उन पर कोई एहसान नहीं कर रही हैं. वैवाहिक जीवन को ख़ुशहाल बनाए रखने में सेक्स की महत्वपूर्ण भूमिका होती है इसलिए आप यदि पति को सेक्स से वंचित रखेंगी, तो वो भी आपसे दूर होते चले जाएंगे. ऐसी स्थिति में ये भी हो सकता है कि पत्नी से सेक्स न मिलने पर पति अपनी ये चाहत कहीं और पूरी करने लगे. सेक्स को हथियार बनाना आपके वैवाहिक जीवन के लिए घातक हो सकता है इसलिए ऐसा कभी न करें. खाना खिलाकर दिल जीतने की कोशिश पति को ख़ुश रखने का रास्ता पेट से शुरू होकर दिल तक जाता है, इस कहावत को कई महिलाएं इस तरह अपना लेती हैं कि वो हर

समय पति को अच्छा खाना खिलाकर खुश रखने की कोशिश में ही लगी रहती हैं. उन्हें लगता है कि पति को अच्छा खाना खिलाना ही उनकी सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी है. पत्नी के मुंह से हर समय खाने की बातें सुनकर कई बार पति को चिढ़ होने लगती है. कैसे बदलें ये आदत ?

पति को अच्छा खाना खिलाना अच्छी बात है, लेकिन हर समय सिर्फ़ खाने के बारे में ही पूछते रहना सही नहीं है. पति-पत्नी को एक-दूसरे की हर बात का ध्यान रखना चाहिए, उनकी इच्छा-अनिच्छा, पसंद-नापसंद का भी ध्यान रखना चाहिए. अतः पति की अन्य ज़रूरतों का भी ध्यान रखें और उनके साथ एक अच्छे दोस्त की तरह पेश आएं. हर पल तारीफ़ सुनने की ख़्वाहिश कई महिलाएं चाहती हैं कि उनके पति हर समय उनकी तारीफ़ करते रहें. ऐसे में वो हर समय पति से पूछती रहती हैं कि वो कैसी लग रही हैं. इसके साथ ही पति अगर किसी दूसरी महिला की तारीफ़ कर दे, तो पत्नी को गुस्सा आ जाता है. पत्नी की हर समय तारीफ़ करना पति के लिए संभव नहीं, इसलिए कई बार वो पत्नी के इस हरक़त से चिढ़ जाते हैं.

कैसे बदलें ये आदत ?

ख़ास मौके पर तैयार होते समय पति से ये पूछना सही है कि आप कैसी लग रही हैं, लेकिन ये सवाल यदि आप पति से हर समय पूछेंगी तो उन्हें चिढ़ होगी ही. हर महिला चाहती है कि उसका पति उसकी ख़ूबसूरती की तारीफ़ करे, लेकिन पति से हर समय अपनी तारीफ़ सुनना संभव नहीं, इसलिए पति से हर समय ये सवाल न करें. पति यदि आपकी ख़ूबसूरती की तारीफ़ नहीं कर रहे, तो इसका ये मतलब नहीं कि उनका प्यार आपके लिए कम हो गया है.

शॉपिंग की लत कई महिलाओं को शॉपिंग की लत होती है और वो चाहती हैं कि उनकी हर शॉपिंग में पति उनके साथ रहें, यहां तक कि वो सब्ज़ी ख़रीदते के लिए भी पति को साथ ले जाना चाहती हैं. पत्नी की शॉपिंग की ऐसी लत से किसी भी पुरुष का चिढ़ना वाजिब है. कैसे बदलें ये आदत ?

पहली बात को शॉपिंग की अति किसी के लिए भी सही नहीं है. शॉपिंग की अति के कारण अक्सर बजट गड़बड़ा जाता है. उस आप यदि अपनी शॉपिंग की लत में पति को भी शामिल करेंगी, तो उन्हें चिढ़ होगी ही. यदि आपके पति को शॉपिंग करना पसंद नहीं, तो उनसे इसके लिए ज़िद न करें. आप अपनी फ्रेंड्स के साथ भी शॉपिंग के लिए जा सकती हैं.  तैयार होने में देर करना पत्नी का तैयार होने में देर करना लगभग सभी पुरुषों की शिकायत होती है और सभी पुरुष पत्नी की इस आदत से चिढ़ते हैं. महिलाएं किसी भी फंक्शन में सबसे अच्छी दिखना चाहती हैं इसलिए वो तैयार होने में ज़्यादा समय लगाती हैं.

कैसे बदलें ये आदत ?

ख़ास फंक्शन के लिए तैयार होते समय देर करना सही है, लेकिन हर जगह जाते समय पति को इंतज़ार कराना ठीक नहीं है. आप अपने वॉर्डरोब में हमेशा कुछ ऐसे आउटफिट और एक्सेसरीज़ रखें, जिन्हें पहनकर आप मिनटों में तैयार हो सकें. ऐसा करके आप

अपना समय भी बचा लेंगी और पति भी आपसे चिढ़ेंगे नहीं.

साफ़-सफ़ाई की अति कई महिलाएं साफ़-सफ़ाई के मामले इतनी अति कर देती हैं कि पति के जूता उतारने से लेकर गीला टॉवल बेड पर रखने तक हर बात में इतना टोकाटाकी करती हैं कि पति चिढ़ने लग जाता हैं. ऐसे में पत्नी की साफ़-सफ़ाई की अति से उनके बीच झगड़े होने लग जाते हैं. कैसे बदलें ये आदत ?

साफ़-सफ़ाई रखना ज़रूरी है, लेकिन आपकी सफ़ाई की अति पति के लिए मुसीबत बन जाए, ये भी सही नहीं है. आपके पति भी आपकी तरह हर समय सफाई अभियान में लगे रहें, ये मुमकिन नहीं, इसलिए पति को हर समय सफ़ाई के लिए टोके नहीं. आपके ऐसा करने से आप दोनों के बीच झगड़े बढ़ सकते हैं. साफ़-सफ़ाई के बारे में पति से बैठकर बात करें, बात-बात में उन्हें टोके नहीं.


Post a Comment

0 Comments